गढ़ रोड पर सर्राफ की दुकान में सुरंग कर चोरी का प्रयास
व्यापार संघ अध्यक्ष टीम के साथ मौके पर पहुंचे
हंगामे के बाद चैकी इंचार्ज लाइन हाजिर
मेरठ। उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री की गद्दी संभालते ही योगी आदित्यनाथ ने अपराध पर लगाम लगाने की बात करते हुए कहा था कि बदमाश या तो जेल में होंगे या फिर प्रदेश छोड़ देंगे। सीएम योगी आदित्यनाथ की इस चेतावनी के बाद हुआ भी ऐसा ही उत्तर प्रदेश के तमाम बदमाश थाने में जाकर खुद सरेंडर होने लगे , कुछ बदमाशों ने प्रदेश छोड़ दिया या फिर कुछ एनकाउंटर में ढेर हो गए।
लेकिन बीते कुछ दिनों से मेरठ में योगी आदित्यनाथ के इन दावों को पलीता लगाती दिख रही है मेरठ पुलिस मेरठ पुलिस क्राइम कंट्रोल करने में काफी पीछे दिखाई दे रही है। मेरठ में बदमाश कहीं खुलेआम दिनदहाड़े बस लूटने जैसी घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं तो वहीं व्यापारी भी खौफ के साए में व्यापार करने को मजबूर हैं।
ताजा मामला है मेरठ के थाना नौचंदी इलाके का जहां बीती रात प्रिया ज्वेलर्स की दुकान में बदमाशों ने कुंबल करने का प्रयास किया। घटना की जानकारी मिलते ही मेरठ के व्यापारियों में रोष देखने को मिला। मेरठ के तमाम व्यापारिक संगठन मौके पर पहुंचे।
बता दें कि जनपद मेरठ में व्यापार संगठन के दो धड़े अलग-अलग हैं पहला पहला संगठन नवीन गुप्ता का का है तो दूसरा अजय गुप्ता का हाल ही में अभी व्यापार संघ के चुनाव भी हुए काफी खींचतान के बाद नवीन गुप्ता पुनः से व्यापार संघ की गद्दी पर विराजमान हो गए तो दूसरे संगठन अजय गुप्ता ने चुनावी प्रक्रिया को हंसी मज़ाक बताया घटना में दोनों ही ओर से संगठन के पदाधिकारी और व्यापारी मौके पर पहुंचे और अपनी अपनी राजनीति चमकाने का प्रयास भी किया। पुलिस के ख़िलाफ़ नारेबाजी करते हुए हंगामा किया।
व्यापारियों का कहना है कि प्रिया ज्वेलर्स के यहां कुम्बल की यह घटना पहली बार नहीं हुई बल्कि 6 महीने पहले भी बदमाशों ने प्रिया ज्वेलर्स की दुकान में कुम्बल कर ज्वेलरी उड़ाई थी, जिसका खुलासा पुलिस आज तक नहीं कर पाई। ऐसी ही एक घटना थाना परतापुर इलाके में भी हुई थी वहां भी कुम्बल कर ज्वेलरी की दुकान से चोरी की गई थी, उसका भी पुलिस ने अभी तक कोई सुराग नहीं लगाया। आज फिर नौचंदी इलाके में घटना हो जाने से व्यापारी काफी नाराज हैं। व्यापारियों ने सीओ सिविल लाइन अरविंद चौरसिया को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि उनसे उनका सर्किल संभाला नहीं जा रहा।
व्यापारियों का कहना है कि मेरठ पुलिस योगी आदित्यनाथ की जीरो टोलरेंस कानून व्यवस्था को पलीता लगा रही है। अब देखना होगा कि आखिर पुलिस कब तक इस मामले की तह तक जाकर आरोपियों को गिरफ्तार करती है।